मुझे मेरी जान लौटा दो ना
अच्छा सुनो...!!
तुम्हें याद है वो जादूगर और परिंदे वाली कहानी जो मैंने तब सुनाई थी... जब तुम ने मुझे पूछा था कि कितनी मोहब्बत करते हो मुझसे... और मैंने अपनी मोहब्बत बताई थी....!
जिसमें एक जादूगर कभी किसी से नहीं हारता और ना ही उसे कोई मार पाता क्योंकि उसने अपनी जान एक परिंदे में डाल कर उसे अपने पास महफूज रख लिया था ! मैंने उस कहानी में खुद को वो जादूगर और तुम्हें परिंदा बताया था जिसमें मेरी जान बसती है!
उस कहानी का अंत मुझे उस वक्त नहीं पता था पर अब वो कहानी आगे बढ़ी है!
अफसोस उस जादूगर को उस परिंदे से इश्क हो गया..! क्या करेगा जादूगर अगर इसे कुछ हो गया..!
उसने परिंदे को पिंजरे से निकाल अपने सर पर बिठा लिया और उसका राज जग जाहिर हो गया!
उस परिंदे को दुनिया की नजर लगी... उसे भी खुले आसमान में उड़ने की हसरत जगी...! आजादी ढूंढते ढूंढते वह निकल गया दूर कहीं..! फिर जा बैठा वो किसी गैर की दीवार पर कभी..! जादूगर की जान अपने अंदर लिए...तड़प उठा है अब वो जादूगर...! क्या किया तूने ये परिंदे सितमगर..?
डाल तो सकता है वापस उस परिंदे को उसी पिंजरे में..! पर इश्क हो गया है ना इश्क में जबरदस्तीयाँ कहाँ होती...!
सुनो...! अब तुम कोई जादू कर दो ना.. उस जादूगर को उसकी जान लौटा दो ना...
तुम तो अब आजाद हो.. उसे भी इस दर्द से आजाद कर दो ना... उसका इश्क तो उसे ना लौटा पाओगे आप कभी.. पर उसे उसकी जान लौटा दो ना... उससे उसका इश्क भुलवा दो ना...!!
उसे उसकी जान लौटा दो ना...!!
madhura
24-Jan-2023 03:02 PM
very nice
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Pk_prajapat
24-Jan-2023 05:22 PM
✌️✌️
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Renu
24-Jan-2023 02:55 PM
👍👍🌺
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Pk_prajapat
24-Jan-2023 05:22 PM
✌️✌️
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Abhinav ji
24-Jan-2023 08:17 AM
Very nice 👌
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Pk_prajapat
24-Jan-2023 11:14 AM
शुक्रिया
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